सामाजिकता का तकाजा है
मेरी मानें तो अभी आप हजामत न बनाएँ
(अर्थी के साथ जाते हुए
तो कम से कम किसी को प्रफुल्लित और चाक-चौबन्द
नज़र नहीं आना चाहिए!)
सामाजिकता का तकाजा है
मेरी मानें तो अभी आप हजामत न बनाएँ
(अर्थी के साथ जाते हुए
तो कम से कम किसी को प्रफुल्लित और चाक-चौबन्द
नज़र नहीं आना चाहिए!)