युग बीते
हाथ रीते
अब तक जूझे
कभी न जीते
करते रहो करते रहो
आत्महत्या
सब मौंन हैं
सब की रजा है
तुम्हारे चुप रहने की
सार्वजनिक सज़ा है
युग बीते
हाथ रीते
अब तक जूझे
कभी न जीते
करते रहो करते रहो
आत्महत्या
सब मौंन हैं
सब की रजा है
तुम्हारे चुप रहने की
सार्वजनिक सज़ा है