घाम में गरम
चान में ठंडा
बैठल रहा समय
लपकाइके दुनो हाथ
हिलत-गिलत इक दुइ बात
मद्धिम आवाज के अक्षर
नरम सब्द के हलचल
पक्कल फल
मन महकल
छौंकल कमाड़ी
और तू
एतना दूर।
घाम में गरम
चान में ठंडा
बैठल रहा समय
लपकाइके दुनो हाथ
हिलत-गिलत इक दुइ बात
मद्धिम आवाज के अक्षर
नरम सब्द के हलचल
पक्कल फल
मन महकल
छौंकल कमाड़ी
और तू
एतना दूर।