Last modified on 27 नवम्बर 2020, at 19:37

सिंहासन औ ताज / विजय सिंह नाहटा

सिंहासन औ' ताज
क्या;
उस समय बहुत
निरीह, दुर्बल औ'
दयनीय-सी
संज्ञा भर रह जायेंगे?
जब न बच रहेगा
अंतिम मस्तक भी
करने उन्हें धारण।