उसने कहा —
देवनीताऽऽ ! तू सीरियस नहीं है ।
मैंने कहा —
जीवन में सीरियसनेस है कहाँ ?
ज़िन्दगी नॉन-सीरियस का ही नाम है
कभी किसी बुल्ले को देखा है सीरियस ?
फ़रीद सीरियस था,
तू बैठ फ़रीद के पास
और सुन मौत के श्लोक ...!
मूल पंजाबी भाषा से अनुवाद : बिट्टू क्लासिक