पाते हैं जिनको हम
बहुधा
अरक्षित,
होते हैं कभी-कभी
केवल वे
सुरक्षित ।
देखो न !
आहट मिलते ही
दुबक गया अपने कवच में वह
घाघ ।
पाते हैं जिनको हम
बहुधा
अरक्षित,
होते हैं कभी-कभी
केवल वे
सुरक्षित ।
देखो न !
आहट मिलते ही
दुबक गया अपने कवच में वह
घाघ ।