सुरागरसी में निकला चाँद
अपने भाई सूरज को खोजता रहा
और खोजते खोजते डूब भी गया
जैसे भाई सूरज डूब गया
रचनाकाल: ०८-१०-१९६७
सुरागरसी में निकला चाँद
अपने भाई सूरज को खोजता रहा
और खोजते खोजते डूब भी गया
जैसे भाई सूरज डूब गया
रचनाकाल: ०८-१०-१९६७