Last modified on 15 जून 2019, at 20:14

सूआ बोलय / ध्रुव कुमार वर्मा

मोर पिंजरा के सूआ बोलय
आने वाला ल दूआ बोलय।

पानी छोड़के सब्बे मिलही
पनिहारिन ल कूंआ बोलय।

आवन दे अब वोट के मौका
नेता हूंआ हूंआ बोलय।

ओ का काम के जिनगी एगा
सब्बो थूँआ-थूँआ बोलय।

पण्डवा मन ल जानथस नहीं
जूवरिहा ला जूआ बोलय

सरपंची ला पाइस तहले
डोकरी ल सब बूआ बोलय।