साचै नैं कदैई
सिद्ध नीं करणो पड़ै
सूरज है
तो उजाळो है
चांद है तो ऊजळी रात
आभो दिन-रात देखतो रैवै सै कीं
आपरी अणगिणत आंख्यां सूं
पण थूं
आंख्यां रो आंधो...।
साचै नैं कदैई
सिद्ध नीं करणो पड़ै
सूरज है
तो उजाळो है
चांद है तो ऊजळी रात
आभो दिन-रात देखतो रैवै सै कीं
आपरी अणगिणत आंख्यां सूं
पण थूं
आंख्यां रो आंधो...।