सूरज हो अगर सब को उजाला बांटो
हो चांद अगर तो शीतलता बांटो
शब जलना हो चुपचाप तो तारा बन जाओ
इंसां हो तो जीने का सलीक़ा बांटो।
सूरज हो अगर सब को उजाला बांटो
हो चांद अगर तो शीतलता बांटो
शब जलना हो चुपचाप तो तारा बन जाओ
इंसां हो तो जीने का सलीक़ा बांटो।