Last modified on 30 अप्रैल 2010, at 20:41

सेब बेचना / रघुवीर सहाय

मैंने कहा डपटकर
ये सेब दागी हैं
नहीं नहीं साहब जी
उसने कहा होता
आप निश्चिंत रहें
तभी उसे खाँसी का दौरा पड़ गया
उसका सीना थामे खाँसी यही कहने लगी ।