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तुम जानना चाहते हो
सैनिक कैसा लगता है
लाल सितारा जड़े
लोहे के टोप में?
पर मुझे लगता है
चमक उठी है बिजली
जब देखता हूँ मैं
उसकी नज़र को उजली
लाल सितारा जड़ा
वह लोहे का टोप उसका
नहीं है उसकी पहचान
वो तो है उसके
मन की हिलोर से
पूरी तरह अनजान
जब उस टोप के नीचे
अन्धेरे में
चमकेंगी दो आँखें
शत्रु के घेरे में
तब ही ऐ कवि!
झलकेगी उसमें सैनिक की छवि।
रूसी भाषा से रूपांतरण : जनविजय