मैथिली लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
सोचितपुर सौं आयल पालकी
पालकी शोभय लाले लाल हे
पालकी के खुटरी धेने
ठाढ़ भेल बाबा सँ फल्लां बाबा
तिल एक डोली बिलमाउ हे
डोलि हम कोना बिलमायब यो बाबा
कनियां सुहबे के लगन अगुआयल हे
केशिया बन्हबइत हेती बटिया तकैत हेती
कखन आयत बरिआत हे
सब बरिअतिया के लाले लाल धोतिया
सभ के मुख पाकल पान हे