सोच रख धनात्मक
तो होगी जीत सर्वदा
परिस्थिति कोई भी हो
विजय श्री मिले सदा
विचार दृढ हो यदि
तो सर्वदा मिले डगर
लक्ष्य भेद के लिए
जरा न हो अगर मगर
जो ठान ली वो ठान ली
न मन में हो यदा कदा
परिस्थिति कोई भी हो
विजय श्री मिले सदा
यदि तुम्हारे सामने
समग्र लक्ष्य है स्पष्ट
तो पूरे मन से काम कर
न काम अब कोई विकट
आरम्भ कर! क्या देखना
हो पूर्णिमा प्रतिपदा
परिस्थिति कोई भी हो
विजय श्री मिले सदा
समूह पर नियंत्रण
करे भरे जो जोश को
विपत्ति में जो रख सके
अचल स्वयं के होश को
नायक वही बना है जो
दिखाता रास्ता जुदा
परिस्थिति कोई भी हो
विजय श्री मिले सदा
सोच रख धनात्मक
तो होगी जीत सर्वदा
परिस्थिति कोई भी हो
विजय श्री मिले सदा