स्त्री गंध की भाषा पहचानती थी
बोलती थी स्पर्श की बोली
पुरूष समझता था
देह की भाषा
फासला
सदियों का है
स्पर्श-गंध और देह के बीच
स्पर्श-गंध और देह की भाषा के बीच !
स्त्री गंध की भाषा पहचानती थी
बोलती थी स्पर्श की बोली
पुरूष समझता था
देह की भाषा
फासला
सदियों का है
स्पर्श-गंध और देह के बीच
स्पर्श-गंध और देह की भाषा के बीच !