Last modified on 27 नवम्बर 2008, at 21:12

स्वप्न / निर्मल आनन्द

साँझ घिरते ही
चिड़ियों की तरह पंख पसारे
आते हैं स्वप्न

और अंधेरा घिरने के बाद
जुगनुओं में
बदल जाते हैं

रात भर जगमगाता रहता है
नींद का काला पेड़