साँझ घिरते ही
चिड़ियों की तरह पंख पसारे
आते हैं स्वप्न
और अंधेरा घिरने के बाद
जुगनुओं में
बदल जाते हैं
रात भर जगमगाता रहता है
नींद का काला पेड़
साँझ घिरते ही
चिड़ियों की तरह पंख पसारे
आते हैं स्वप्न
और अंधेरा घिरने के बाद
जुगनुओं में
बदल जाते हैं
रात भर जगमगाता रहता है
नींद का काला पेड़