गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Last modified on 7 सितम्बर 2020, at 14:45
स्वप्न / शार्दुला नोगजा
चर्चा
हिन्दी/उर्दू
अंगिका
अवधी
गुजराती
नेपाली
भोजपुरी
मैथिली
राजस्थानी
हरियाणवी
अन्य भाषाएँ
शार्दुला नोगजा
»
Script
Devanagari
Roman
Gujarati
Gurmukhi
Bangla
Diacritic Roman
IPA
लाख समझाओ
मगर मन कब समझता है
मेरा हर स्वप्न तेरी राह
हो कर ही गुज़रता है।