Last modified on 2 फ़रवरी 2011, at 14:19

स्वभाव-2/ अम्बिका दत्त


हम सब सपेरे है
साँप पालते है और जहर पीते हैं
मौत से खेलते हैं/फिर भी जीते है
मौत !
मौत हमारे इतनी नजदीक है
कि जब जी चाहा
जेब में हाथ डालकर
नोट निकाला
और छूट्टे करा लिये।