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हमारा देश / सरोजिनी कुलश्रेष्ठ

भारत देश हमारा है
सब देशों से न्यारा है
ऊँचा खड़ा हिमालय देखो
गौरव से सीना ताने
झरने झरते नदियाँ बहती
गाती हैं कलकल गाने
बहती पावन धारा है
भारत देश हमारा है
बार बार लहरों से आकर
पग धोता रहता है सागर
जन गण मन अधिनायक गाता
राष्ट्र गान दुहरा-दुहरा कर
शत्रु सदा ही हारा है
भारत देश हमारा है।