हमार बोइती के पंडित जात के ब्राहमण
चेहरा जैसे चिनवा के
दूसरे के घरे गौमता पूजा करे
अपन गाय के तताइ से मारे
बेमार बाटी हम और इ झाड़े सीख
से हमार लड़का के
लड़का बड़का आँखि से ताकेः काहे इ बुढ़उआ
सीख से सोहोराव है तन हमार
कथा के दिन आगे हटा देइस पंडित
बोलेः चाहता में ना जब झंड़ी गाड़े
भगवान और इसे है कौन पुरान झगड़ा
हम्मे ना पता।