हरियाणवी लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
हरणे नै भारत का कलेस।
गांधी नै योह् दिया उपदेस।।
हिन्दू मुसलम सिख ईसाई।
आपस में सब भाई भाई।।
सब के दिल में बात समाई।
फिर कौन्या कदी करी लड़ाई।।
हरणे नै भारत का कलेस।
गांधी नै योह् दिया उपदेस।।
हिन्दू मुसलम सिख ईसाई।
आपस में सब भाई भाई।।
सब के दिल में बात समाई।
फिर कौन्या कदी करी लड़ाई।।