हरी उड़ानों वाला तोता
लो, आया हरियाला तोता,
लाल चोंच में कैसा फबता
हरदम लगता हँसता-हँसता।
मम्मी इसको दूँ अमरूद
या खा लेगा यह तरबूज?
जरा बताओ, कैसे पकडू़ँ
जी करता, पिंजरे में रख लूँ।
अरे, उड़ा यह फर-फर, फर-फर,
छू ही लेगा जैसे अंबर,
सुन ली चुपके मेरी बात?
दे दी इसने मुझको मात!