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हरियाली दिवाली / अमलेन्दु अस्थाना

हरियाली दिवाली मनाओ सखी रे
चलो मंगल गान सुनाओ सखी रे
हरियाली दिवाली
पेड़ बचाओ, पौधे लगाओ,
पेड़ बचाओ सखी पौधे लगाओ,
रिमझिम-रिमझिम खुशियां बरसाओ,
खेतवा-अंगनवां खिलाओ सखी रे
चलो मंगल गान सुनाओ सखी रे,
हरियाली दिवाली मनाओ सखी रे,
कू कू कोयलिया डलिया पे बोले,
मीठी मिसरिया जियरा में घोले
पंछी के पनिया पिआओ सखी रे,
चलो मंगल गान सुनाओ सखी रे
हरियाली दिवाली मनाओ सखी रे
सूरज भी डोले, चंदा भी डोले,
सूरज भी डोले सखी, चंदा भी डोले,
अपनी नगरिया की जनता से बोले,
सब मिल के धरती बचाओ सखी रे
चलो मंगल गान सुनाओ सखी रे
हरियाली दिवाली मनाओ सखी रे