प्रोफ़ेसर (डॉ०) हरिराज सिंह ‘नूर’ (‘नूर’ मुरादाबादी )
आत्मज: पुत्र स्व. किशन देवी(माता जी) तथा स्व. हेम सिंह (पिता जी)
तख़ल्लुस : ‘नूर’ मुरादाबादी
जन्म-तिथि: 8 सितम्बर 1943
जन्म- स्थान: सैदपुर गंगू, जिला मुरादाबाद, (उ०प्र०)
शिक्षा: एम.एस-सी.( प्राणि विज्ञान),1963, डी.एस.बी. गवर्नमेंट कालेज, नैनीताल, पी-एच.डी. 1967( दोनों उपाधियाँ आगरा वि.वि. से )
काव्य-गुरू: डॉ०राजकुमारी शर्मा ‘राज़’ ( सन् 2006 से, उससे पहले पं. प्रभाकर शर्मा )
काव्यावधि: 58 वर्ष,(वर्ष 1956 से)
काव्य-विधाएँ: कविता, गीत, ग़ज़ल, मुक्तक, हाइकु, कहानी, समीक्षा आदि
विदेश-यात्राएँ: यू.एस.ए., जर्मनी,स्विटज़रलैण्ड, नेपाल, सिंगापुर
व्यवसाय/ पूर्व पद: यूनीवर्सिटी प्रोफ़ेसर / पूर्व कुलपति, इलाहाबाद विश्वविद्यालय
प्रकाशन: 1.मेरे घोंसले का शिल्प (1988) कविता/गीत-संग्रह
2.दूर उस पार (2002) कविता/गीत-संग्रह
3.प्रश्न प्यास (2004) कविता/गीत-संग्रह
4.आई हैव नो मिरर (2005) अंग्रेज़ी गीत-संग्रह
5.नील गगन की ओर (2010) गीत-संग्रह
6.तारों की अंज़ुमन (2011) ग़ज़ल-संग्रह
7. नभ के तारे (2013) हाइकु, कविताएँ
8.ज़ाफ’रान के फूल (2014) हाइकु
9.असेम्बली आफ स्टार्स ( तारों की अंज़ुमन ग़ज़ल-संग्रह का अंग्रेज़ी अनुवाद)
10. इक बात मगर छूट गई (2015),समीक्षाएँ
11.बात ही बात में (लेख संग्रह) 2015
12.तुम चन्दन बन जाओ (2015) गीत-संग्रह
13. ‘बादे-सबा’ ग़ज़ल-संग्रह (2016)
सम्मान: विद्या वाचस्पति, (मानद उपाधि 2010) एवं अन्य सम्मानों से सम्मानित
अन्य: कई विश्वविद्यालयों में कविताओं पर शोधकार्य संपन्न, कवि सम्मेलनों एवं मुशायरों की अध्यक्षता, अनेक राष्ट्रीय पत्र-पत्रिकाओं में गीत ग़ज़ल का प्रकाशन
प्रसारण: दूरदर्शन एवं आकाशवाणी से काव्यपाठ
संपर्क: 3/33 श्रद्धापुरी, फेज़ 1 , मेरठ-250001 (उ०प्र०)
मोबाइल: 9410035821