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हरि करै सो ..... / कुंदन माली

हरि करै सो
खरी करै
राज करै सो
रंक

तपै तावड़ो
माथा पै
वगत चुभावै
डंक

सुरग लोक रो
छाया में
कुदरत मांडै
 अंक

म्यांऊ-म्याऊं
शेर करै
सियाली़
हुंकार

हरि जी
थारै राज में
सोग हुया
तैयार

चूला डूबा
ब्याज में
मौसर डूबा
गांव

मांडै डूबा
गोखड़ा
खेती डूबी
ब्याव।