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हवा पर है / नंदकिशोर आचार्य

कभी वह फड़फड़ाता है
झूमता है कभी—
फड़फड़ाना झूमना उस का
पर उस पर नहीं
—हवा पर है
झूमती है कभी
कभी जो फड़फड़ाती है

हवा नहीं
पत्ता है लेकिन वह
—झर ही जाना है जिस को—
अपने झरने में भी लेकिन
हवा की मौज पर
लहराता, इतराता ।

17 अप्रैल, 2009