पात्र हूं बस
जळ, अमी, जहर
चावै सो भर
आवै जद ई
थारी याद, म्हारी मा
हिमाळो गळै
काळी लछमी
करै गोरी लछमी
संत मायावी
पात्र हूं बस
जळ, अमी, जहर
चावै सो भर
आवै जद ई
थारी याद, म्हारी मा
हिमाळो गळै
काळी लछमी
करै गोरी लछमी
संत मायावी