सीतळ पून
ज्यूं धरती माता री
मन आसीस
कमरै घुटी
होबाड़, आंगण नैं
करै गरम
रूंख रो चावै
कितो ई राख ध्यान
पत्ता झरसी
सीतळ पून
ज्यूं धरती माता री
मन आसीस
कमरै घुटी
होबाड़, आंगण नैं
करै गरम
रूंख रो चावै
कितो ई राख ध्यान
पत्ता झरसी