लाडेसर रे!
अेकर आजा देस
खांधो देवण
थारी याद में
बेटा, झरै हांचळ
कुळै काळजो
घर बीती ई
नीं कैय सकै आज
चकवो मन
लाडेसर रे!
अेकर आजा देस
खांधो देवण
थारी याद में
बेटा, झरै हांचळ
कुळै काळजो
घर बीती ई
नीं कैय सकै आज
चकवो मन