रोवै जमुना
लै‘र लै‘र काळिया
किसना आ रे
धरा पै नईं
मंगळ पे लड़सा
सांति दूत हां
घूंसले बा‘रै
जा सोनचिड़ी, पण
पांख्यां संभाळ
रोवै जमुना
लै‘र लै‘र काळिया
किसना आ रे
धरा पै नईं
मंगळ पे लड़सा
सांति दूत हां
घूंसले बा‘रै
जा सोनचिड़ी, पण
पांख्यां संभाळ