शेषनाग भी
डरपै है आज रै
काळिंदरा सूं
किण-किण रो
राम करै उद्धार
अहल्यां घणी
सोनमिरगा
चर रैया सगळी
भारत भोम
शेषनाग भी
डरपै है आज रै
काळिंदरा सूं
किण-किण रो
राम करै उद्धार
अहल्यां घणी
सोनमिरगा
चर रैया सगळी
भारत भोम