छावै सौरम
आय जावै जणै थूं
यादां झरोखै
साच बोलणो
अपराध करणो,
झूठ नै पूज
उण आंगळ्यां
चिकै रिगत, जिकी
गूंथै माळावां
छावै सौरम
आय जावै जणै थूं
यादां झरोखै
साच बोलणो
अपराध करणो,
झूठ नै पूज
उण आंगळ्यां
चिकै रिगत, जिकी
गूंथै माळावां