आज रा बेटा
काटै मा रा हांचळ
सभ्य हुयग्या
मन री माटी
जे ऊगै गुलाब तो
कदै न सूखै
मिनख है कै
घुड़दौड़ रो घोड़ो
भागै ई भागै
आज रा बेटा
काटै मा रा हांचळ
सभ्य हुयग्या
मन री माटी
जे ऊगै गुलाब तो
कदै न सूखै
मिनख है कै
घुड़दौड़ रो घोड़ो
भागै ई भागै