Last modified on 26 जुलाई 2018, at 21:28

हाइकु 71 / लक्ष्मीनारायण रंगा

अेक ई डाळ
पीळा‘र हरा पत्ता
ओ किसो न्याय?


मन साहस
मंजल चाल आवै
पगां रै पास


अस्त हुवतो
सूरज भी रंग दै
आखै आभै नैं