जीवण तो है
मिरतु-समंद री
अेक लहर
आणो‘र जाणो
ओ रस्तो है पैछाण्यो
डरपै क्यूं रे!
सत्ता तो धारै
विराट अवतार
आपां अर्जुन
जीवण तो है
मिरतु-समंद री
अेक लहर
आणो‘र जाणो
ओ रस्तो है पैछाण्यो
डरपै क्यूं रे!
सत्ता तो धारै
विराट अवतार
आपां अर्जुन