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हिंग्लिस / अमरेन्द्र

स्वर-व्यंजन का मेल गया, स्वर ही ना फूटे
संधि का विच्छेद भंग है, वचन पतित है
उत्तम-मध्यम-भेद गया, अब लिंग क्षरित है
नये गुरू तो वाक्य-न्यास के सर को कूटे ।

एक वाक्य में अंग्रेजी के पाँच शब्द हैं
गठबंधन सरकार है, ‘हिंग्लिस’; खींचा-तानी
महिषासुर संग नाच रही है, सौम्य भवानी
खड़ी फसल पर घिरते, बरसे घने अब्द हैं ।

हिन्दी है बाजार, अभी है यह काशी का अस्सी
रेहन पर रग्घु क्या होगा, हिन्दी ही है
ढोड़ी पर चमके, माथे की बिन्दी ही है
गाय-गले की कसती जाती दिन-दिन रस्सी ।

अंग्रेजी पर फिदा-फिदा हैं डैडी-मम्मी
बच्चे खेल रहे हैं ए, बी, सी की रम्मी ।