Last modified on 26 मई 2017, at 15:20

हिन्दी भाषा / धीरज कंधई

हिन्दी भाषा हमारी भाषा,
चाहे छोटा, चाहे बड़ा,

हम सबको बोलना है, हिन्दी भाषा,
हिन्दी को लिखना, पढ़ना और बोलना।

हम भारतवंशियों का काम है,
चाहे छोटा, चाहे बड़ा,
हम सब बोलते, लिखते और पढ़ते हिन्दी भाषा,
कोशिश तो हम सबको करना है,
चाहे छोटा चाहे बड़ा,
हम सबको लिखना है हिन्दी भाषा।
ऐ सूरीनाम के नव जवान खूब लिखो और पढ़ो,
बल्कि मत भूलो हमारी हिन्दी और हमारी संस्कृति,
डच, अंग्रेजी, स्पैनिश पढ़ो लेकिन हिन्दी मत छोड़ो,
चाहे छोटा चाहे बड़ा,
हम सबको बोलना, लिखना और पढ़ना है,
हमारी प्रिय हिन्दी भाषा।