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हिमपात में स्वप्न / नील्स फर्लिन

उन्होंने कहा है कि फूल खिलेंगे
--- अँधेरे में और बर्फ़ में
जितनी भी रौशनी देखी हमने स्वप्न में
सब होगी फल में परिवर्तित और होगी स्पंदित बीज में.
उन्होंने कहा है कि फूल खिलेंगे
जैसे कि खिलते हैं सनौबर और नींबू के पेड़ों के इर्द गिर्द.
लेकिन उनके हाथ खाली हैं
और उनकी आँखें अंधीं.

(मूल स्वीडिश से अनुवाद : अनुपमा पाठक)