Last modified on 22 अप्रैल 2017, at 14:25

हिमायत / कुमार कृष्ण

गन्ने की तरह गाँठदार
अमरूद की तरह अनगिनत बीजवाली
लिखो तुम कविताएँ बेशुमार
वर्णमाला के अक्षरों में
अ से ज्ञ तक
बचा लो मेरे दोस्त,
पृथ्वी की मिठास।