एक क्वींटल गण्डे मैं कितनी चीनी बणज्या सै॥
सीरा कितना लिकड़ै सै खोही कितनी बचज्या सै॥
1
पढ़ लिख कै बी अपनढ़ दुनिया देखो किसी पढ़ाई
गोरयाँ नै या चाल चली जो वा इब तक चलती आई
मेहनत की म्हारी कमाई उसकी झोली में घलज्या सै॥
2
एक क्वींटल सरसों मैं कितना तेल बनाया भाई
कितनी खल लिकड़ी उसमैं कदे हिसाब लगाया भाई
सारी उम्र भकाया भाई आज बी हमनै छलज्या सै॥
3
एक किलो कपास मैं कितना धागा बना दिया
धागे तै सूती कपड़ा कितने मीटर यो पहरा दिया
बिनौला कितना खिला दिया झोटा क्यूकर पलज्या सै॥
4
सारी बातां का नाता कोण्या आज की पढ़ाई तै
ज्ञान विज्ञान बात सिखावै पूरी ही चतुराई तै
रणबीर की कविताई तै पापी घणा ए जलज्या सै॥