एक श्रोत्रिय ब्राह्मण ने कहा
कि हम श्रोत्रिय जो होते हैं
वे ब्राह्मणों में सर्वश्रेष्ठ होते हैं
और बाकी ब्राह्मण शूद्र
एक वत्स भूमिहार ने कहा
कि हम वत्स जो होते हैं
वे भूमिहारों में सर्वश्रेष्ठ होते हैं
और बाकी भूमिहार अधम
एक चौहाण राजपूत ने कहा
कि हम चौहाण जो होते हैं
वे राजपूतों में सबसे बड़े होते हैं
और बाकी राजपूत नीच
एक अम्बष्ठ कायस्थ ने कहा
कि हम अम्बष्ठ जो होते हैं
वे कायस्थों में सर्वश्रेष्ठ होते हैं
और बाकी कायस्थ निम्न
एक भगत कलबार ने कहा
कि हम भगत जो होते हैं
वे कलबारों में सर्वश्रेष्ठ होते हैं
और बाकी कलबार अंत्यज
एक कृष्णायत यादव ने कहा
की हम कृष्णायत जो होते हैं
वे यादवों में सर्वश्रेष्ठ होते हैं
और बाकी यादव कमीन
एक अवधिया कुर्मी ने कहा
कि हम अवधिया जो होते हैं
वे कुर्मियों में सर्वश्रेष्ठ होते हैं
और बाकी कुर्मी चांडाल
एक मौर्य कोयरी ने कहा
कि हम मौर्य जो होते हैं
वे कोयरियों में सर्वश्रेष्ठ होते हैं
और बाकी कोयरी अज्ञात-कुलहीन
एक बालियांन जाट ने कहा
कि हम बालियान जो होते हैं
वे जाटों में सर्वोच्च कुलोत्पन्न होते हैं
और बाकी जाट शुद्रातिशूद्र
एक नागर गुर्जर ने कहा
की हम नागर जो होते हैं
वे गुर्जरों में सर्वश्रेष्ठ होते हैं
और बाकी गुर्जर अछूत
एक रविदासिये चमार ने कहा
कि हम रविदासिये जो होते हैं
वे चमारों में ब्राह्मण होते हैं
और बाकी चमार अश्पृश्य
एक मधेशी पासवान ने कहा
कि हम मधेशी जो होते हैं
वे पासवानों में राजपूत होते हैं
और बाकी पासवान पिछड़े
एक नावरिया खटिक ने कहा
कि हम नावरिया जो होते हैं
वे खटिकों के राजा होते हैं
और बाकी खटिक उनकी प्रजा
एक किस्कू आदिवासी ने कहा
की हम किस्कू जो होते हैं
वे आदिवासियों में शेर होते हैं
और बाकी आदिवासी गीदड़
जिस देश को
इतनी जातियों और उपजातियों में
बांट दिया गया हो
और जहां पर
एक ही जाति के कुछ लोग
अपने को सर्वश्रेष्ठ और सबसे बड़ा बताते हों
और अपने ही भाई-बंधुओं को अधम और नीच
उसके लिए
भारत क्या ख़ाक सर्वश्रेष्ठ और सबसे बड़ा होगा!