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हे भगवान / अनिरुद्ध प्रसाद विमल

आवोॅ आवोॅ हे भगवान
तोंही तेॅ छोॅ हमरो कृपानिधान,
विद्या के देॅ हमरा शुभ वरदान।
गुण-ज्ञान-बुद्धि पावी केॅ हम्में
बढ़िया इंसान बनी केॅ हम्में,
मानवता के सेवा करबै हम्में
दुनिया में नाम कमैवै हम्में,
अपना देशोॅ पर छै हमरा अभिमान
जग भर फैलेॅ हमरोॅ भारत के मान,
अतन्हे-सा वर दे हे भगवान।

बढ़िया राह देखावोॅ हमरा
दुख सहै केॅ ताकत देॅ हमरा,
केकरौह सें द्वेष हुअेॅ नै हमरा
रामराज के तोंय सुख देॅ हमरा,
चमकौं हम्में सूर्य समान
हमरा देॅ बस यहेॅ वरदान,
आवोॅ-आवोॅ हे भगवान।

बढ़िया-बढ़िया काम करौं
कहियो नै कोनोॅ भूल करौं,
जनहित लेली जरौं-मरौं
रसता रोॅ काँटोॅ साफ़ करौं,
हरदम मंज़िल पर हुअेॅ ध्यान
दिल खोली केॅ देॅ वरदान,
आवोॅ-आवोॅ हे भगवान।