दृग को दिमाग को ललाट को श्रवण को भी
धूप से बचाती अति सुख पहुँचाती है।
बीट से बचाती मारपीट से बचाती
यह अपढ़ देहातियों में भय उपजाती है॥
पर इसमें है उपयोगिता विचित्र एक
योरप-निवासियों की बुद्धि में जो आती है।
सिर पर हैट रख चाहे जो अनर्थ करो,
हैट यह ईश्वर की दृष्टि से बचाती है॥