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हैप्पी न्यू इयर / सपन सारन

अनुभव का भार
झुर्रियों में बिठाए
एक बिखरा आदमी
नए साल की पार्टी
मनाते बच्चों को
देर तक देखता रहा…

आह भरी,
उसी भीड़ में हो गया
ओझल ।
बीते साल की तरह ।