Last modified on 18 फ़रवरी 2009, at 02:12

होना तो यह चाहिए / सुदर्शन वशिष्ठ

होना तो यह चाहिए
सड़कें साफ हों
सभी चलें बाईं ओर
कोई थूके नहीं पेशाब न करे।

होना तो यह चाहिए
मन साफ हों
सभी नेक काम करें
हेरा-फेरी से डरें

होना तो यह चाहिए
हकूमत न करें सरकारी सेवक
या सेवा नाम हटा दें
हाकिम बनें सामने-सामने।

होना तो यह चाहिए
कि चोर लुटेरों को सजा मिले
फांसी पर लटकाए जाएं हत्यारे
उन्हें न बनाया जाए सांसद या मन्त्री।

होना तो यह चाहिए
कि नेता तूफान बाढ़ या सूखे
पर ही न जाएं गाँव।

होना तो यह चहिए
कि सही जगह पर गलत आदमी न बैठें
और
गलत जगह पर सही आदमी।

होना तो यह चाहिए
कि अखबारों में सही खबर जाए
सच को सच लिखा जाए
झूठ को झूठ।

होना तो यह चहिए
कि सब हाथों को काम मिले
थके हारों को आराम मिले।

होना तो यह चाहिए
अध्यापक कक्षा में पढ़ाएं
ट्यूशन न करें
डॉक्टर न खोलें प्राइवेट नर्सिंग होम।

होना तो यह चाहिए
नेता न बनें राजा
सेवा करें गरीबों की
लोगों की सुनें।

सभी कहते हैं
होना तो यह चाहिए
होना तो वह चाहिए
करते नहीं।

होना तो बहुत कुछ चाहिए अनहोना
होता नहीं जो होना चाहिए
इसलिये होना तो वही चाहिए
जो होना चाहिए।