Last modified on 12 जनवरी 2009, at 14:37

होने से / ध्रुव शुक्ल

एक अर्थ के होने से
दो अर्थ किया करते हैं
हम, अर्थ लिए अपने-अपने
अपना-अपनाऽहम भरते
दम, जब टूट गया सब
बिला गया
उस एक अर्थ में
मिला गया