बंदर बोला, मिस्टर हाथी,
क्यों लंगड़ाते आप।
नहीं दिया उत्तर प्रणाम का,
भाग रहे चुपचाप।
हाथी रोकर बोला, सिंह ने,
ख़ूब पिलादी भांग।
होली में हुड़दंगी की तो,
टूट गई है टाँग।
बंदर बोला, मिस्टर हाथी,
क्यों लंगड़ाते आप।
नहीं दिया उत्तर प्रणाम का,
भाग रहे चुपचाप।
हाथी रोकर बोला, सिंह ने,
ख़ूब पिलादी भांग।
होली में हुड़दंगी की तो,
टूट गई है टाँग।