अरुणाई ने डाला डेरा
उठो लाल हो गया सवेरा
बीती रात, विहग-दल जागे
चंदा मामा सोने भागे
तुम किस सपने में हो खोये
आलस को अपनाकर सोये
आलस छोड़ करो तैयारी
होगी तब ही जीत तुम्हारी
तुम भविष्य, भारत माता के
मम्मी, पापा औ भ्राता के
तुम्हें जीत आगे बढ़ना है
अँधियारा जग का हरना है