मैथिली लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
हौ दुलहा हौ दुलहा
आब हम नइ तऽ चौरौलियौ तऽ बौआ हौ
तोरो तऽ सहोदरा के
आ हम नइ चौरौलियौ बौआ
तोरो तऽ सहोदरा के ने हय।
हौ दुलहा हौ दुलहा
आब हम नइ तऽ चौरौलियौ तऽ बौआ हौ
तोरो तऽ सहोदरा के
आ हम नइ चौरौलियौ बौआ
तोरो तऽ सहोदरा के ने हय।