पिंडा छांट के आरसी नाल देखन तिनां ढंग केहा हल वाहुना ई पिंडा पाल<ref>शौकीन</ref> के चोपड़े पटे जिहना किसे रन्न की उहनां नूं चाहुना ई जिहड़ा भूई दे मामले करे मुंडा एस तोड़ ना मूल निबाहुना ई दिहें वंझली वाहे ते रात गावे किसे रोज दा ऐह प्राहुना ई